(उत्तर प्रदेश)बदायूँ/सहसवान-: गंगा पार खेत से कांस काटने जा रहे दंपति नदी में डूब गए और उनकी मृत्यु हो गई। सुबह उनके शव नदी किनारे उतराते मिले। सूचना मिलते ही तहसील प्रशासन और पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम को भेज दिया।
और तहसील प्रशासन ने कार्रवाई शुरू कर दी। कोतवाली क्षेत्र के गांव औरंगाबाद टप्पा जामनी के मजरा मोहन नगला निवासी धर्म सिंह की गंगा पार कृषि भूमि है। ग्रामीणों के मुताबिक रविवार दोपहर धर्मसिंह अपनी पत्नी शान्ति के साथ खेत से कांस काटने गए थे। इसी दौरान दोनों लोग गंगा में डूब गए। इधर, देर शाम तक वह वापस नहीं लौटे तो स्वजन और ग्रामीणों ने उनकी तलाश शुरु कर दी लेकिन कोई पता नहीं चल सका। रविवार सुबह गंगा किनारे कुछ लोग मछली पकड़ने गए और उन्होंने गंगा में दो लोगों के शव पड़े देखे। सूचना पर आसपास गांवों के लोग भी मौके पर एकत्र हो गए। इधर, दंपति की तलाश में जुटे लोग भी वहां पहुंचे और उन्होंने उनकी शिनाख्त धर्मसिंह व उनकी पत्नी शांति के रुप में की। सूचना मिलते ही तहसील प्रशासन की ओर से नायब तहसीलदार जितेन्द्र सिंह, राजस्व निरीक्षक बृजपाल सिंह, हल्का लेखपाल राकेश कुमार, कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक राजेंद्र बहादुर सिंह पुलिस के साथ मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम को भेज दिया। दंपति की मौत से स्वजन में कोहराम मचा हुआ है। बता दें कि दंपति की नौ संतान हैं। इनमें पांच पुत्र और चार पुत्रियां हैं। दो पुत्रियों का विवाह हो चुका है शेष बच्चे अविवाहित हैं। मेहनत मजदूरी से इनके परिवार का भरण पोषण होता था। दंपति की गंगा नदी में डूबने से दंपति की मृत्यु की सूचना मिली थी। नायब तहसीलदार, राजस्व निरीक्षक और हल्का लेखपाल को मौके पर भेज कर जांच कराई जा रही है। नियमानुसार पीड़ित परिवार को सहायता राशि प्रदान की जाएगी।
बाइट-: नायाब तहसीलदार-: जितेंद्र सिंह।