(उत्तरप्रदेश) बदायूँ बिसौली। तहसील क्षेत्र के गांव कौड़ियां आर.एस. भट्टे पर ईट भट्ठा मालिक द्वारा मजदूरों का उत्पीड़न करने का मामला सामने आया है। जिसकी पीड़ित मजदूरों ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग को पत्र भेज कर शिकायत की। इस पर संज्ञान लेकर तहसीलदार विजय कुमार शुक्ला ने पुलिस बल के साथ भट्ठे पर छापामार कार्रवाई करते हुए मजदूरों को कार्यमुक्त कराकर सकुशल घर वापस भेज दिया है।थाना फैजगंज बेहटा क्षेत्र के गांव कौड़िया भट्ठे पर राजेश पुत्र रणवीर निवासी किशनपुर थाना जहांगीराबाद जिला बुलंदशहर आदि पीड़ित मजदूरों ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग में शिकायती पत्र देकर आरोप लगाया कि आर.एस. भट्ठा मलिक जबरन महिला पुरुष मजदूर व बच्चों को बंधक बनाकर कार्य कर रहा है। पीड़ित ने सभी मजदूरों को बंधन मुक्त कराकर घर भिजवाने की मांग की थी। तहसीलदार विजय कुमार शुक्ला ने राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की शिकायत का संज्ञान लेते हुए कौड़ियां भट्टे पर पुलिस बल के साथ भट्ठे को घेर लिया पहले महिलाओं बच्चों को छुड़ाया। वही मजदूरों को कार्य मुक्त कराकर सपरिवार सकुशल घर वापस भेज दिया।यह हकीकत है कि भट्ठा मजदूर कहीं भी आने-जाने के लिए स्वतंत्र नहीं होते हैं, यह सब भट्ठा मालिक की मर्जी पर निर्भर होता है। इन मजदूरों को न्यूनतम मजदूरी भी नहीं मिलती है एवं भट्ठों पर काम करने का कोई हाजिरी रजिस्टर, काम व मजदूरी का हिसाब संबंधी कोई भी दस्तावेज नहीं होता है। जिससे यह साबित किया जा सके कि कौन मजदूर किस भट्ठे पर कब से कम कर रहा है और उसकी मजदूरी कितनी है ? यूं कहें कि इतने सारे श्रम कानूनों के बावजूद एक भी श्रम कानून इन ईट भट्ठों पर काम करने वाले मजदूरों पर लागू नहीं होता है।
रिपोर्ट-: आईएम बिसौली।