गोताखोर और प्रशासनिक टीम जुटी, परिजन बोले- प्रशासन कर रहा लापरवाही।
गोताचोर और प्रशासनिक टीम तालाब में 16 घंटे से मजदूर की तलाश कर रही है।
उत्तर प्रदेश, चंदौली/मुगलसराय-: जिले के मुगलसराय के अलीनगर थाना क्षेत्र के पुरेनी गांव में एक दुखद घटना सामने आई है। गुरुवार रात करीब 10 बजे गांव के तालाब में 40 वर्षीय मजदूर रामदरस उर्फ मूसे जब काम से घर लौट रहा था तो उसका पैर फिसल गया और तालाब में डूब गया।
घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। स्थानीय पुलिस भी तुरंत मौके पर पहुंची। रात भर ग्रामीणों ने रामदरस को खोजने का प्रयास किया। लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। सुबह होने पर गोताखोरों की टीम को बुलाया गया। तालाब दलदल की स्थिति में होने के कारण रेस्क्यू कार्य में कठिनाई आ रही है। 16 घंटे से अधिक समय बीत जाने के बाद भी रामदरस का कुछ पता नहीं चल सका है।मजदूर के डूबने की सूचना पर ग्रामीण तालाब पर एकत्रित हो गाए।
परिजन बोले- प्रशासन रेस्क्यू कार्य में कर रहा देरी।
परिजनों ने स्थानीय प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि प्रशासन की हीलाहवाली के कारण रेस्क्यू कार्य में देरी हुई। तहसीलदार राहुल के मौके पर पहुंचने और ग्रामीणों के विरोध के बाद अब गोताखोर और पुलिस की टीम तेजी से बचाव कार्य में जुटी है।परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
ग्रामीणों ने प्रशासन पर लगाया लापरवाही का आरोप।
मौके पर जुटे ग्रामीणों की भीड़ में तहसीलदार के समक्ष ग्रामीण अंगद ने प्रशासन पर हीलाहवाली का बड़ा आरोप लगाया। उन्होंने सीधे तौर पर स्थानीय प्रशासन पर डूबे रामदरश को खोजने में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि 16 घंटे से ऊपर होने को है सिर्फ पुलिस प्रशासन द्वारा इधर उधर किया जा रहा है। यदि प्रशासन चाहता तो कब से संसाधन उपलब्ध कराकर उन्हें खोज लेता।
ग्रामीणों ने तहसीलदार से शिकायत की।
परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल
परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है, बता दें कि रामदरश अपने घर का इकलौता गार्जियन हैं। रामदरस मजदूरी करके अपना जीवन यापन करता था। पत्नी विंध्यवासिनी, बच्चियां पूजा, राधा, निशा और बच्चा किशन की करुण पुकार से सभी की आँखें नम हैं।
रिपोर्ट- घूरेलाल कन्नौजिया, चन्दौली।