उत्तर प्रदेश, चन्दौली/इलिया-: क्षेत्र के पालपुर,मनकपड़ा और बरहुआ के किसानों की लगभग 50 बिगहे गेंहू की फसल कर्मनाशा राइट नहर को तेज गति से चलाये जाने के कारण जलमग्न हो गई,जिसे तेज हवा और निकल चुकी बालियों के सूखने का बड़ा संकट किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दिया है। पालपुर के किसान। गुलाब सिंह, राकेश कुमार, शम्भू नाथ, नन्दलाल लोहार,फुलमान,शेर मियां, आनन्द यादव, उमाशंकर यादव,दिवान यादव, रविशंकर, कुंदन सिंह, ने बताया कि सिंचाई विभाग इतनी तेज गति से नहर जुलाई- अगस्त में भी नहीं चलाता है। हालांकि विभाग पर बने दबाव के कारण नहर को पिछले कुछ घंटे में डाउन किया गया है लेकिन गेंहू के
लिए यह बेमतलब का पानी जानकारों के अनुसार नुकसानदायक ही होगा।उधर किसान सभा के नेता लालचंद सिंह एड०ने बताया कि इस संबंध में हम पहले ही लिखित रूप से अवगत करा चुके थे कि नहर तेज गति से न चलाई जाये लेकिन सिंचाई विभाग की लापरवाही ने किसानों को परेशानी में डाल दिया।अब सवाल यह उठता है कि जब विभाग को जानकारी है कि नहर की स्थिति इतनी सुदृढ़ नहीं है तो पानी इतना तेज चलाने की क्या जरूरत थी?किसानों की फसल अगर बर्बाद होगी तो इसकी भरपाई विभाग कैसे करेगा?किसान सभा के नेता के पत्र को क्यों नजर अंदाज किया गया? आखिर इतनी तेज गति से नहर चलाने की क्या थी मजबूरी किसानों का कहना है कि सिंचाई विभाग के अधिकारियों पर फोन करने पर नहीं उठते हैं ।
रिपोर्ट- घूरेलाल कन्नौजिया चन्दौली।