उत्तर प्रदेश, बदायूं-: मुख्य चिकित्साधिकारी ने अवगत कराया है कि राष्ट्रीय दृष्टिविहीनता एवं दृष्टिदोष नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत जनपद में 09 से 15 मार्च 2025 तक 15 वां विश्व ग्लूकोमा सप्ताह मनाया जा रहा है। इस वर्ष ग्लूकोमा सप्ताह कर थीम ग्लूकोमा मुक्त विश्व के लिए एकजुट होना है।
उन्होंने बताया कि इस ग्लूकोमा सप्ताह में मुख्य रूप से विभिन्न विषयों पर विशेष बल व समायोजन कर मनाया जाना है, जिससे कि प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से ग्लूकोमा रोग की रोकथाम हेतु जनपद में जागरूकता फैलाई जा सके ताकि रोग का प्रारम्भिक स्टेज में ही पता कर समुचित इलाज किया जा सकें।
उन्होंने इसके संकेत और लक्षण के बारे में बताया कि दृष्टि के चोर के रूप में जाना जाने वाला काला मोतिया (ग्लूकोमा), नेत्र की दृष्टि के लिए खतरा पैदा करने वाला रोग है। यह सामान्यतः 40 वर्ष से अधिक आयु के लोगों, विशेषकर ऐसे लोगों को होता है, जिसके परिवार में काला मोतिया (ग्लूकोमा) का इतिहास रहा होता है। साइड विजन में धीरे-धीरे कमी होना और दृष्टि क्षेत्र सीमित होना। प्रकाश के स्रोत के चारों ओर संगीन घेरे दिखाई पड़ना। चश्मे का नम्बर जल्द-जल्द बदलना आदि है।
उन्होंने इसकी रोकथाम के बारे में बताया कि काला मोतिया (ग्लूकोमा) को रोका नहीं जा सकता लेकिन यदि इसका शुरू में पता लग जाए और समुचित एवं नियमित इलाज हो तो ग्लूकोमा के कारण होने वाली दृष्टि-हीनता से बचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि काला मोतिया (ग्लूकोमा) एवं अन्य नेत्र रोग से सम्बन्धित इलाज हेतु अपने नजदीकी राजकीय नेत्र चिकित्सालय में नेत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श उपरान्त निःशुल्क उपचार करायें।
डेस्क- राष्ट्रीय न्यूज टुडे।