उत्तर प्रदेश, चन्दौली/डीडीयू-: नगर वासंतिक नवरात्र की शुरुआत 30 मार्च से हो रही है। यह छह अप्रैल तक चलेगा। देवी आराधना के महापर्व में बड़े पैमाने पर शक्ति उपासक माता वैष्णव देवी, मैहर देवी, माता विंध्यवासिनी, मां कामाख्या धाम, मुंबई में मां मुंबा देवी के दर्शन को जाते है। देवी धाम जाने वाली ट्रेनों के सीट भरे हैं। ऐसे में भक्तों को दिक्क़त हो रही है।
होली के बाद अप की ओर जाने वाली ट्रेनों में अधिक भीड़ है। यह स्थिति होली के 15 दिन बीतने के बाद भी समाप्त होती नहीं दिख रहा है। नवरात्र में जिले से सबसे अधिक लोग मैहर देवी और मां विंध्यवासिनी के दरबार में माथा टेकने जाते हैं। यदि मैहर जाने की स्थिति देखे डीडीयू से दानापुर -पुणे एक्सप्रेस में 30 मार्च को स्लीपर में 55, 31 मार्च को 19, एक अप्रैल को 18, दो को 13, तीन को 12 वेटिंग है। थर्ड एसी में तीन अप्रेैल को दो सीट उपलब्ध है। इसी तरह पटना लोकमान्य तिलक जनता एक्सप्रेस के स्लीपर में चार अप्रैल तक दस से अधिक वेटिंग है। वहीं शिप्रा एक्सप्रेस 11 अप्रैल तक स्लीपर में रिग्रेट (अब बुकिंग नहीं हो सकती) दिख रहा है। यही हाल मुंबई मेल में भी है। दानापुर -सिकंदराबाद, संघमित्रा एक्सप्रेस के स्लीपर, थर्ड एसी में भी नवरात्र में कोई सीट उपलब्ध नहीं है। वहीं मां मुंबा देवी के दर्शन के लिए मुंबई जाने वाले यात्रियों को भी ट्रेन में सीट खोजने में परेशानी हो रही है। पटना लोकमान्य तिलक जनता एक्सप्रेस, मुंबई मेल, पाटलिपुत्र एक्सप्रेस, पटना छत्रपति शिवाजी टर्मिनस, गोड्डा लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस में स्लीपर और थर्ड एसी में 30 से अधिक वेटिंग दिख रही है। मां कामाख्या के दर्शन के लिए गुवाहाटी जाना पड़ेगा। यहां के लिए नवरात्र में डिब्रूगढ़ राजधानी एक्सप्रेस में तीस मार्च केा थर्ड एसी में सीट रिग्रेट है जबकि सेकेंड एसी में पांच और फर्स्ट एसी में दो वेटिंग है। वहीं गुवाहाटी एक्सप्रेस में स्लीपर, थर्ड एसी, सेकेंड एसी में सीट रिग्रेट है। ब्रह्मपुत्र मेल के स्लीपर में चार अप्रैल तक 20 से अधिक वेटिंग है जो थर्ड एसी में 30 मार्च को 22, 31 को 16, एक अप्रैल को 12 वेटिंग है। नार्थईस्ट एक्सप्रेस में तीस मार्च को थर्ड एसी में सीट रिग्रेट है जबकि 31 मार्च से चार अप्रैल तक 22 से अधिक वेटिंग है। इस संबंध में पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सरस्वती चंद्र ने बताया कि यात्रियों की संख्या की लगातार समीक्षा की जाती है।
रिपोर्ट- घूरेलाल कन्नौजिया चन्दौली।