उत्तर प्रदेश, चन्दौली डीडीयू नगर। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन,नई दिल्ली के आह्वान एवं वर्किंग कमेटी की दिनांक 27/28 जनवरी 2025 को चेन्नई में हुए बैठक में लिए गए निर्णय तथा ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के महामंत्री कॉमरेड एस एन पी श्रीवास्तव जी के निर्देशानुसार ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन, प्लान्ट डिपो शाखा के तत्वाधान में मुख्य कारखाना प्रबंधक कार्यालय प्रांगण में अखिल भारतीय मांग दिवस के अनुपालन में विशाल प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में रेल कर्मचारी उपस्थित रहे।
सबसे पहले रेल कर्मचारी प्लान्ट डिपो इंजीनियरिंग कारखाना के मुख्य गेट पर इकट्ठा हुए एवं रेल प्रशासन एवं भारत सरकार के विरोध में नारे लगाते हुए जुलूस के रूप में कारखाना के मुख्य गेट से मुख्य कारखाना प्रबंधक कार्यालय परिसर में पहुंचे जहां भीड़ सभा में तब्दील हो गई। प्रदर्शन की अध्यक्षता शाखा के कार्यकारी अध्यक्ष अरुण कुमार उपाध्याय ने किया और कहा कि मान्यता के चुनाव के समय एआइआरएफ के महामंत्री कॉमरेड शिव गोपाल मिश्रा जी ने कहा था कि चुनाव के बाद पे कमीशन का गठन कराया जाएगा पहला वादा पूरा करने का कार्य किया।
केंद्रीय सहायक महामंत्री बी0बी0 पासवान ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि रेलवे को बचाने के लिए हमें जनता का सहयोग लेना होगा क्योंकि निजी करण से सबसे अधिक मुश्किल आम जनता को होने वाली है। इसीलिए हमें जनजागरण कर इसे जन आंदोलन बनाना होगा ,तभी हम इस सरकार को पूरी ताकत के साथ मुकाबला कर पाएंगे। शाखा मंत्री सुल्तान अहमद ने कहा कि प्लांट डिपो एवं ट्रैक मशीन के कार्यों को आउटसोर्सिंग किया जा रहा है । यह रेल एवं रेल कर्मचारियों के हित में कतई नहीं है । इस पर अभिलंब रोक लगाया जाए। आगे इन्होंने कहा कि प्लांट डिपो एवं टीएमसी में स्थापना काल से साप्ताहिक तौर पर कार्य का घंटा 45 था, जिसे प्रशासन द्वारा संशोधित कर 48 घंटा कर दिया गया।
जिससे रेल कर्मचारियों में काफी रोष है । इस अवसर पर मुख्य रूप से ईसीआरकेयू के सहायक महामंत्री बी0बी0 पासवान, सुल्तान अहमद, ,ए0के0 उपाध्याय,रामजी यादव, केदारनाथ तिवारी, मोहन राम, दिनेश कुमार सिंह, जीत बहादुर थापा,संजय कुमार, कृष्णा साह, महेश कुमार, राकेश कुमार सिंह ,ऋषिकेश यादव, करमजीत प्रसाद, संजय कुमार शर्मा ,मुकेश पासवान, रवि रंजन सिंह, कृष्णकांत पाल ,असलम आरजू आदि उपस्थित रहे।
रिपोर्ट- घूरेलाल कन्नौजिया चन्दौली।