★मिल्कीपुर और ताहिरपुर के लगभग 3 हजार परिवार के लोग जमीन अधिग्रहण किये जाने से होंगे प्रभावित
★किसानों से कम कीमत पर जमीन लेकर अय्यासी के लिए होटल खोलने हेतु अडानी को देना चाहती है सरकार
उत्तर प्रदेश, चन्दौली/मुगलसराय-: राल्हूपुर में बने बंदरगाह के समीप ही व्यापारियों की सुविधा के लिए फ्रेट विलेज बनाये जाने की योजना के लिए लगभग तीन सालों से मिल्कीपुर और ताहिरपुर में किसानों की जमीन अधिग्रहण के लिए प्रयासरत आईडब्ल्यूएआई के अधिकारियों के कारण क्षेत्र के लोग दहशत में हैं। वाराणसी में बने बंदरगाह के वजह से किसान, निषाद, अपलसंख्यक सहित अन्य समाज के लगभग तीन हजार परिवार प्रभावित हो रहे हैं। सरकार किसानों के जमीन का अधिग्रहण कर औने पौने दाम में खरीद कर अडानी जैसे पूंजीपतियों को देना चाहती है और अय्याशी के लिए होटल खोलना चाहते है। यह नहीं होने दिया जायेगा। सड़क से सदन तक इसकी लड़ाई लड़ी जायेगी। उक्त बातें रविवार अपराह्न मिल्कीपुर में आयोजित एक प्रेसवार्ता के दौरान चंदौली सांसद वीरेंद्र सिंह ने कही। उन्होंने कहा कि इस मुद्दे को मैंने लोकसभा में उठाया है और इसका पुरजोर विरोध किया है। वाराणसी में बने उक्त बंदरगाह से करीब तीन हजार परिवार सीधे प्रभावित हो रहे हैं। जिन्हें सरकार बिना उचित मुआवजा के ही उजाड़ना चाह रही है। सरकार की मंशा ठीक नहीं है गैर मुमकिन कहकर के एक रुपए भी किसानों को नहीं देना चाहती है। जिससे लगभग तीन हजार परिवार भुखमरी के कगार पर खड़ा हो जायेगा। सांसद ने कहा कि लोकसभा में मैंने आवाज उठाई है कि सरकार यह जमीन औने पौने दाम में खरीद कर अडानी जैसे पूंजीपतियों को देना चाहती है, और अय्याशी के लिए होटल खोलना चाहती है। जिसका हम विरोध करते है, और सड़क से लेकर सदन इसकी लड़ाई लड़ेंगे और अपनी जमीन किसी कीमत पर नहीं देंगे ।
गौतम बुद्ध के बौद्ध स्थल को भी उजाड़ने का कार्य किया जा रहा है। जिसकी लगभग पांच बीघा जमीन पर कब्जा करने की कोशिश की जा रही है। उसका भी जमकर विरोध किया जायेगा। इस दौरान सकलडीहा विधायक प्रभु नारायण, मुगलसराय विधान सभा के पूर्व प्रत्याशी वीरेंद्र मौर्या, कोषाध्यक्ष पवन मौर्या, अखिलेश सिंह,अध्यक्ष अमरेश कुशवाहा, महामंत्री विद्याधर, चंद्रप्रकाश मौर्या, अजित यादव उर्फ बब्बू प्रधान, दीपक साहनी मौजूद रहे।
रिपोर्ट- घूरेलाल कन्नौजिया चन्दौली।