उत्तर प्रदेश, कासगंज-: जनपद की तीर्थ नगरी सोरों में मार्गशीर्ष अमृत कुंभ के अवसर पर देश के विभिन्न प्रान्तों से आए नागा साधु संत संन्यासियों ने भव्य शोभायात्रा निकालकर शाही स्नान किया शोभयात्रा में नागा साधुओं के अतिरिक्त विभिन्न अखाड़ों के साधु संत भी शामिल रहे।
वही हरि की पौड़ी किनारे नागालैण्ड अखाड़े से श्री शंभू पंच दशनाम आवाहन सरकार गणपति अखाड़े के नेतृत्व में शोभायात्रा शुरू हुई। शोभायात्रा में शामिल झांकियों में सबसे आगे ब्रह्मलीन गणेश गिरी महाराज की झांकी अन्य झांकियों में विभिन्न अखाड़ों के प्रमुख विराजमान थे। शोभायात्रा पर जगह जगह लोग पुष्पवर्षा कर हर हर महादेव के जयकारे लगा रहे थे। बैंड की बजती धुनों पर गाए जा रहे भजन बांके बिहारी कजरारे तेरे मौटे मौटे नैन, सजा दो घर और आंगन को मेरे सरकार आए हैं आदि ने वातावरण को पूर्ण रूप से भक्तिपूर्ण बना दिया। शोभायात्रा चक्रतीर्थ, बारु बाजार, चौदहपोर, बड़ा बाजार, लहरा रोड, रामसिंहपुरा, कटरा बाजार, चंदन चौक, मेला रोड क्षेत्र में होती हुई हरि की पौड़ी पहुंची।
उसके बाद नागा साधुओं ने शाही स्नान किया। शाही स्नान के बाद चिलम चढ़ाने की रस्म अदा की गई। नागा साधु अपने शरीर पर भभूत लगाए थे वहीं अन्य साधु अलग अलग परिधानों में थे। शोभायात्रा में नगाड़े, घन्टे, घड़ियाल, दुंदुभी बजाई जा रही थी, साधुओं के हाथों में त्रिशूल, तलवार, फरसा आदि नजर आ रहे थे, कई साधु इन शस्त्रों एवं वाद्य यंत्रों से तरह तरह के प्रदर्शन कर रहे थे। शोभायात्रा में जूना अखाड़ा, अटल अखाड़ा, निर्वाणी अखाड़ा, आनंद अखाड़ा, उदासीन अखाड़ा, अग्नि अखाड़ा, श्री पंचायती बड़ा उदासीन अखाड़ा, वैष्णव चतुरसम्प्रदाय, खड्ग दर्शन सम्प्रदाय एवं नागालैंड आदि अखाड़ों के साधु शामिल रहे। शोभयात्रा में शामिल प्रमुख रूप से अखाड़ा प्रमुख उपस्थित रहे।
बाइट – अखाड़ा नागा साधु।
रिपोर्ट- जुम्मन कुरैशी, कासगंज।