उत्तर प्रदेश, कासगंज। ज़िले की कोतवाली ढोलना थाना क्षेत्र के गाँव नगला साधू में झोलाछाप डॉक्टरों की लापरवाही के चलते बुखार से पीड़ित एक युवक की मौत हो गई। बता दें कि ढोलना कोतवाली क्षेत्र के नगला साधु गांव के रहने वाले युवक नीरेश को 03 दिन पूर्व बुखार आया था।
प्राप्त जानकारी के अनुसार परिजनों ने बताया कि बुखार आने पर मृतक नीरेश का ढोलना कस्बे के ही डॉक्टर अम्बर से उपचार कराया। जब उसे फायदा नहीं हुआ तो है दूसरे डॉक्टर राजू के पास ले गए जहाँ डाक्टर राजू ने दो दिन उसे अपने क्लीनिक पर भर्ती रखा। जब उसकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई तो उसे कासगंज के लीलावती हास्पीटल रेफर कर दिया वहां डाक्टर मौजूद नहीं थे। बाद में डॉक्टर आए तो उन्होंने अलीगढ़ के लिए भेज दिया। जहां अलीगढ़ में डॉक्टर ने बताया कि तेज बुखार होने से नीरज की दिमाग की नस फट गई है और उन्होंने दिल्ली रेफर कर दिया। दिल्ली ले जाते समय नीरेश की मौत हो गई। नीरेश की मौत के बाद परिजनों ने नीरेश के शव को गांव के बाहर सड़क पर रखकर हंगामा करना शुरू कर दिया।
सूचना पर पहुंचीं पुलिस व सीएमओ राजीव अग्रवाल ने परिजनों को समझाकर शांत किया और दोनों झोलाछाप डॉक्टर के विरुद्ध कार्रवाई करते हुए उनके क्लीनिक को सील कर दिया है। वहीं सीएमओ राजीव अग्रवाल ने बताया की दोनो डॉक्टर राजू और अंबर के क्लिनिक का कोई रजिस्ट्रेशन नही था और कोई कागज़ भी डॉक्टर नही दिखा पाए। इसलिए दोनो का क्लिनिक सील कर आगे की कार्यवाही की जा रही है।
फ़ोटो- रोते बिलखते परिजन
बाइट- गया प्रसाद, मृतक का चाचा।
बाइट- राजीव अग्रवाल, सीएमओ, कासगंज।
रिपोर्ट- जुम्मन क़ुरैशी, कासगंज।