उत्तर प्रदेश, बदायूं/सहसवान-: मदरसा अनवारे मदीना में एक बहुत हैरत अंगेज काम को सर अंजाम दिया गया इसे सुनकर हर शख्स मुबारकबाद और खुलुस दिल से दुआ दे रहा है मदरसा हाज़ा के एक होनहार तलबा मोहम्मद आरिश वालिद मोहम्मद आसिफ साकिन बाजपुर सहसवान का जिसने पूरे कुरान को 9 घंटे में पूरा कुरान एक बैठक में अपने उस्ताद कारी मोहम्मद इसहाक रज़ा को सुना दिया।
इस मौक़े पर एक जलसे का इनकाद किया गया जिसकी इब्तिदा तिलावत कुरान से हाफिज मोहम्मद सालिम ने की तलबा ने मोहम्मद रज़ा वा शादमान रज़ा ने नाते रसूल पेश की खुसूसी खिताब मौलाना कारी इम्तियाज़ बरकाती संभली ने अपने खिताब में तलबा असातीज़ा को मुबारकबाद देते हुए कहा मुझे बड़ी खुशी हो रही है कि हम आप सब एक अपनी ऐसी महफिल में शरीक हैं जिसमें एक तलबा ने पूरा कुरान शरीफ को सिर्फ एक बैठक में सुनाया मदरसा हाज़ा के मुदररसीन की यह मेहनत का नतीजा है और कहा यह कुरान एक अज़ीम किताब जिसके हाफिज पूरी दुनिया में मौजूद हैं।
यह कुरान कानून इलाही और कलामे इलाही है जिसको पूरी दुनिया में पड़ा और पढ़ाया जाता है इसके बारे में आप ने फरमाया तुम में सबसे अच्छा वह शख्स है जो कुरान पड़े और पढ़ाये है कुरान वह किताब है जिसमें हर एक चीज का खुला हुआ जिक्र है इसमें शक की कोई गुंजाइश नहीं आज के इस दौर में हमें चाहिए के हम अपनी जिंदगी कुरान के इल्म के मुताबिक गुज़ारे जिसने कुरान के फरामीन के खिलाफ काम किया उसको रब ने एवरत का निशान बना दिया रब ने अपने हबीब पर कुरान को इतना आसान नाजिल किया के हमारे छोटे-छोटे बच्चे अपने सीने में पूरे 30 पारे महफूज कर लेते हैं जिसकी एक मिसाल यहां मदरसा के तलवा मौजूद हैं सामईन को इस्ला करते हुए कहा जब कुरान इतना आसान है तो क्या हम आप कुरान को कितना पढ़ते हैं यह कुरान की तालीमात और फरामीन के मुताबिक अपनी जिंदगी गुजारते हैं।
मदरसा के नाजिम कारी मोहम्मद मुसीम रज़ा ने अपने खिताब में कहा इंसान की जिंदगी सबसे बेहतर वह जिंदगी है जो कुरान की खिदमत और तालीमात में गुजारे कुरान वह वाहिद किताब है जिसका हर-हर्फ जैसा नाजिल हुआ था वैसा ही आज तक मौजूद है अपने कुरान की खिदमत के लिए अपने बंदों में से चुन लिया है मदरसा हाजा के अराकीन ने तलबा को इनाम से नवाजा डॉक्टर अरशद अली हाजी शमीम ने गुलपोशी की महफिल का इख़्तताम मुल्क की अमन और मदरसा हाज़ा की तरक्की की दुआ पर हुआ जिसमें हाफिज रफीक क़ारी इसहाक़ रज़ा हाजी ताहिर हाफिज मुशर्रफ बरकाती कसीर तादाद में मौजूद थे तलबा की तरफ से सामईन को तबरुक पेश किया गया।
डेस्क- राष्ट्रीय न्यूज टुडे।